आपके आसपास भी young लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो रही है? क्या उसका कारण जानते हैं? क्या इसके पीछे COVID 19 जिम्मेदार है? पिछले आर्टिकल में हमने एक कारण देखा था, आज हार्ट अटैक बाकी के दो मुख्य कारण इस आर्टिकल में discuss करेंगे।
क्यों युवाओं में बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले? पार्ट–2
आजकल हमारे आसपास ऐसी खबरें सुन रहे हैं जिसमें 30 से 50 साल के नवयुवक जो वैसे तो हेल्थी दिखते हैं उनकी हार्ड अटैक से मौत हुई है।Actually, पहले भी ऐसी खबरें आती थी लेकिन अब यह स्पीड बढ़ती ही जा रही है। जो हमारे दिल में एक दर्द और भय का वातावरण बना रही है। ये डर इतना ज्यादा है की आज कल twitter trending में बाकी समाचारों के साथ #heartattack trend कर रहा है।
Last आर्टिकल में हमने देखा था की कैसे आहार की गुणवत्ता हमारी यंग जनरेशन के लिए कितनी हानिकारक होती जा रही है।
यंग जनरेशन में हार्ट अटैक की समस्या (पार्ट–1)
पार्ट 1 आर्टिकल पढ़ने के लिए आप ऊपर दी गई लिंक पे क्लिक कीजिए।हार्ट अटैक के बढ़ते cases के 3 मुख्य कारण में से एक पार्ट 1 के आर्टिकल में discuss किया गया है। इस आर्टिकल में बाकी के 2 महत्वपूर्ण कारण के बारे में जानेंगे।
हार्ट अटैक के मुख्य कारण
हार्ट अटैक के कई कारण होते हैं। पहले ऐसा माना जाता था की सिर्फ मोटापा ही दिल से संबंधित बीमारी के लिए जिम्मेदार है। पर आजकल हम देख रहे हैं की सामान्य वजन वाले लोग भी दिल की बीमारी से पीड़ित है, और दिल के दोहरे के शिकार भी हो रहे हैं। Stress, anxiety, depression, workload pressure ऐसे कई मानसिक कारण भी हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार हैं। साथ ही साथ physical health पे ध्यान न देना भी कई बीमारियों को न्योता देता है।
लेकिन 3 ऐसे कारण हैं जिनपे ध्यान देना बोहोत जरूरी है।
इसके बारे में हमने पार्ट 1 में विस्तार में डिस्कस किया है। इस कारण के बारे में जानने के लिए हमारी वेबसाइट पे पढ़ सकते हैं।
https://www.manishmevada.com/2022/12/blog-post.html
मानव शरीर के स्वास्थ्य के लिए Exercise या शारीरिक परिश्रम बोहोत ही जरूरी है। हम हमारे पूर्वजों की जीवनशैली देखें तो वो परिश्रम से भरी थी। चाहे वो किसान हो या व्यापारी, कमसेकम 5 किलोमीटर तो वो पैदल चल ही लेते थे। पुरुष सब खेत खलिहान और घर से बाहर का परिश्रम करते थे, जब की स्त्री घर के परिश्रम युक्त काम संभालती थी।
पर आज ऑटोमैटिक का जमाना है। Automation ने हम सब के जीवन में जगह बनाई है, एक आराम दायक जीवन प्रदान किया है। पर ये आराम एक कीमत पे मिला है हमे, हमारे स्वास्थ की कीमत चुका कर आराम लिया है हमने। पर अब हम इस automation के आदि हो चुके हैं, तो अब क्या करें? कैसे physical health को वापस पाएं?
तो इसका एक ही इलाज है की पूरे दिन में कमसे कम 30 मिनट शारीरिक कसरत के लिए निकालनी चाहिए। क्योंकि पूरा दिन बैठ बैठ के काम करने वाले लोग ही ज्यादातर हृदयरॉग के मरीज़ बनते हैं।
योग, प्राणायाम, walking, jogging इत्यादि नियमित रूप से करने से शरीर स्वस्थ बना रहता है।
Note: exercise हररोज एक ही समय पे करने से बेहतर रिजल्ट्स मिलते हैं। आयुर्वेद के अनुसार शारीरिक exercise हमेशा सुबह में करनी चाहिए। लेकिन अगर आपके पास सुबह में समय नहीं है तो शाम में भी कर सकते हैं। पर सूर्यास्त के बाद heavy exercises नहीं करनी चाहिए। कई cases में हृदय घात का कारण रात में होने वाला अति परिश्रम भी बना है।
अब परिश्रम की बात तो कर ली हमने, लेकिन बैलेंस के लिए आराम भी तो करना होगा। और नींद किसे नहीं पसंद होती भला! नींद से आपके शरीर को आराम मिलता है, और साथ साथ इसी समय पे शरीर में healing process भी तेजी से होती है। तो मान लो आपको कोई infection या बीमारी है और आप ठीक से नींद लेंगे। तो ठीक से नींद नहीं करने वाले लोग की तुलना में आपकी वो बीमारी जल्दी ठीक हो जाएगी।
लेकिन बोहोत हैरानी की बात है की आजकल लोगों के पास सोने के लिए भी समय नहीं है। किसीको अपने काम के stress से नींद नहीं आती, तो कोई career growth के चक्कर में नींद को भूल जाते हैं।दोनो ही case में इसका सीधा असर शरीर की सेहत पे होता है, खास कर heart health पे। क्या दुनिया का कितना भी पैसा या कोई भी करियर इतना जरूरी है की हम अपने ही शरीर को दाव पे लगा दें?
Studies में ये देखा गया है की समय पे शरीर को नींद ना मिले, तो कुछ stress hormones release होते हैं, जिसकी वजह से heart rate increase हो जाता है। कई बार ये स्ट्रेस हार्मोन का इतना ज्यादा मात्रामें स्राव होता है की दिल की धड़कन उसकी क्षमता से ज्यादा तेज़ हो जाती है, जो heart failure या heart attack का कारण बनती है।यही वजह है कि कई actor की हार्ट अटैक से मृत्यु के किस्से सुनाई दे रहे हैं। क्योंकि ये लोग exercise और खाने का तो ध्यान रखते हैं लेकिन वो ठीक से सोते नही हैं। और अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन जैसे बड़े एक्टर की अच्छी सेहत का राज़ भी यही है, की कितने भी tight schedule में वो लोग ठीक से नींद लेने का आग्रह रखते हैं।
तो ये बात तो तय है की नींद के लिए समय जरूर निकालना चाहिए।और हररोज कमसे कम 6 घंटे की नींद लेनी चाहिए। कई लोग जिन्हें नींद नहीं आती, मतलब की वो insomnia से पीड़ित हैं, उन्हे प्राणायाम या मेडिकल हेल्प से नींद को ठीक करना चाहिए।
Note: नींद के quantity यानी के समय से ज्यादा नींद की quality मायने रखती है। सूर्यास्त के बाद और सूर्योदय से पहले की नींद आयुर्वेद में सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। इसलिए जो लोग मानते हैं की रात की नींद की जगह दिन में सो लेंगे तो 6 hours का quota पूरा कर लेंगे,तो ये गलत होगा। इसका विपरीत असर होके यही नींद आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानि करेगी।
तो सौ बात की एक बात ये ही है की शरीर का ध्यान रखना जरूरी है। और nature के अनुसार अगर शरीर का खयाल रखा जाए, तो आप की सेहत पे चार चांद लग जायेंगे। जान है तो जहान है, इसलिए आपकी और आपकी family के सेहत का खयाल रखने में ये आर्टिकल आपको उपयोगी होगा ये आशा करते हैं। आपके family और दोस्तों में ये जरूर शेयर कीजिए ताकि वो लोग भी हार्ट अटैक के कारण जानकर उनसे बच पाएं।
Thank you for reading!
Stay healthy! Stay happy!
Urvi Bhanushali
Manish Mevada
Please Do Not Entere Any Sparm Link In Comment Box