हररोज 8 ग्लास पानी पीने से आपका शरीर स्वस्थ रहेगा ये सही नही है। क्या ज्यादा पानी पीना सेहत के लिए हानिकारक है? आइए जानते हैं।
शरीर के लिए कितना पानी जरूरी है?
स्वस्थ शरीर के लिए हररोज कितना पानी पीना चाहिए? आज का modern science कहता है की एक स्वस्थ शरीर के लिए ज्यादा से ज्यादा पीना चाहिए। पर आयुर्वेद के ग्रंथ इससे अलग बात बताते हैं। तो हमें क्या करना चाहिए क्या नहीं वो इस आर्टिकल में discuss करेंगे। आर्टिकल के end में एक बोहोत बड़े एक्टर की death story का खुलासा है, आप जरूर पढ़िएगा।
Water intake per day : According to Modern Science
Modern science के मुताबिक शरीर में जमे toxins को निकालने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। एक research के अनुसार 8 ग्लास पानी, यानी की 2.5 लीटर पानी प्रतिदिन हर इंसान को पीना जरूरी है।
इसके पीछे क्या कारण बताता है science?
ज्यादा पानी पीने से शरीर के toxins पसीना, यूरीन आदि के साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
ज्यादा पानी शरीर की sensitive पेशियों को स्वस्थ रखता है।
हड्डियों के Joints को ज्यादा पानी से लचीलापन/lubrication मिलता है।
शरीर का तापमान नॉर्मल रखने में मदद करता है।
इसकी वजह से science लोगों को ज्यादा पानी पीने की सलाह देता है। Water intake calculator भी आपको ऑनलाइन मिल जायेंगे। जिसमें आपकी उम्र, शरीर का वजन इत्यादि को ध्यान में रखके कितने लीटर पानी आपको पीना है उसकी सलाह देता है।
इसी सलाह को follow करके लोग water intake reminder भी रखने लगे हैं। जिसमें हर एक घंटे पे आपको पानी पीने का अलार्म आता है। कई dietitian इसे follow करने की बोहोत सलाह देते हैं।
मॉडर्न साइंस के अनुसार प्यास का मतलब ये है की तब आपके शरीर में already dehydration की शुरुआत हो चुकी होती है। वो कहते हैं की समय समय पर पानी पीने से शरीर में dehydration नहीं होगा।
The U.S. National Academies of Sciences, Engineering, and Medicine ने adult male और female को कितना पानी/fluids पीना चाहिए उसकी सलाह दी है।
Adult male: 3.7 liter water/fluid
Adult female: 2.7 liter water/fluid
यानी की पूरे दिन में इतना पानी पीना ऐसा जरूरी नहीं है, पानी के अलावा और पेय पदार्थ जैसे की चाय, juice वो सब भी इसी quantity में include हो जाता है।
पर क्या इसे आयुर्वेद support करता है? Let’s dig into it.
Water intake : according to Ayurveda
आयुर्वेद में शरीर को स्वस्थ और निरोगी रखने के लिए 3 चीजें बताई गई हैं।
शरीर में होती कोई भी प्राकृतिक वेग जैसे की भूख, प्यास, नींद, मूत्र- शौच इत्यादि को कभी भी रोकना नहीं चाहिए। ये रोग ला सकती हैं।
जरूरत ना होने पर कोई भी वस्तु को ग्रहण नहीं करना चाहिए।
शरीर में कोई भी वस्तु का अतिरेक नहीं होना चाहिए। “अति सर्वत्र वर्जयेत।”
ये सब points में बताई गई बातें करने से शरीर में दोष बढ़ते हैं, जो आगे जाके रोग का स्वरूप ले लेते हैं। अब ये बातों को हम पानी और प्यास के संबंध में समझते हैं।
पहले point में कहा है की, जब प्यास लगे तो पानी पी लेना चाहिए। उस प्यास के वेग को ज्यादा समय रोकने से dehydration हो सकता है।
दूसरे point के अनुसार अगर आपको प्यास नहीं लगी, मतलब आपके शरीर ने पानी की मांग नहीं की है। इसलिए बगैर प्यास के पानी नहीं पीना चाहिए।
तीसरा point बोहोत समझना जरूरी है, क्युकी हर शरीर के लिए “अति” का मतलब अलग अलग होता है। आजकल इसे bioindividuality कहते हैं। मतलब की आपके शरीर के जरूरत से ज्यादा पानी पीना बोहोत ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है। इसी point से related एक कहानी अंत में हम discuss करेंगे।
आयुर्वेद के अनुसार ज्यादा पानी हमारी जठराग्नि(पेट में बनते acid और enzyme) को dilute कर देता है। जिसकी वजह से आपका पाचन ठीक से नहीं हो पाता। नही पचा हुआ खाना शरीर में toxin बनाता है, जो कई रोग में convert हो सकता है। और इसी वजह से खाने के आधे घंटे पहले और आधे घंटे बाद पानी नहीं पीना चाहिए।
तो कहने का तात्पर्य ये है की जितनी जरूरत हो उतना पानी, जब जरूरत पड़े तब ही पीना चाहिए। और हर घंटे पानी पीने की technique को आयुर्वेद बिलकुल सपोर्ट नहीं करता, ना ही दिन में कुछ लीटर पानी पीने की थियरी के साथ में है।
Bruce Lee की मृत्यु: एक दिलचस्प case study
आपने Bruce Lee का नाम तो सुना ही होगा, उनकी फिल्म भी देखी होंगी। वो martial arts के बोहोत बड़े champion थे, और इनकी ऐसी विविध martial arts की शैलियां वो अपनी फिल्मों में दिखाते थे।
हम ये समझते हैं की जो इतना खेलकूद में हिस्सा लेता हो, वो शरीर बिलकुल स्वस्थ ही होगा और उनका जीवन आयु अधिक होगी।
लेकिन Bruce Lee की मृत्यु 32 साल की उम्र में हो गई। उस समय के post mortem में ऐसा आया था की कोई कारण वश उनके दिमाग की पेशियों में ज्यादा पानी भर गया था, और उसकी वजह से उनकी मृत्यु हुई। लेकिन December 2022 में प्रकाशित हुए clinical kidney journal के अंक के अनुसार, Bruce Lee की मृत्यु का सही कारण कुछ अलग था।
Bruce Lee मृत्यु ज्यादा पानी पीने से हुई थी। जी हां, वे ज्यादा exercise करने के दौरान और पूरे दिन में बोहोत पानी पीते थे। किंतु उनकी kidneys ये अधिक पानी को process नहीं कर पा रही थी, जिसकी वजह से उनके शरीर के अंगों में पानी भर गया, और वही उनकी मौत का कारण बना।
Moral of the story यही है, की आप को जितनी जरूरत है उतना ही पानी पीजिए। और जब प्यास लगे तब पानी पीना मत टालिए। ये जानकारी आपके स्नेही संबंधी सब के साथ शेयर कीजिए, क्युकी इससे वो कई बीमारियों से बच सकते हैं।
Thank you for reading!
Stay healthy! Stay happy!
Manish Mevada
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