Bus कई रंग की आपने देखी होंगी। स्कूल बस का कलर क्यूं हमेशा पीला ही होता है? ये सिर्फ एक discipline है या इसके पीछे कोई ठोस कारण है? आइए जानते हैं।
बस का अलग अलग रंग क्यों होता है?
हम सबने बस में कभी ना कभी तो travel किया ही होगा। अलग अलग जगहों की बस का रंग अलग अलग होता है। कई शहरों की बस हरे रंग की होती हैं, कई जगहों पे नीले रंग की बस होती हैं। London की लाल रंग की डबल डेकर बस भी बोहोत फेमस है। और लगभग हर देश में स्कूल बस का रंग भी पीला ही होता है।
पर क्या आपने कभी ये सोचा है की ये रंग क्यू चुने जाते हैं? हम आज इस आर्टिकल में यही बात पे डिस्कशन करेंगे।
रंगो का विज्ञान
बस के रंगो का कारण जानने के लिए, पहले हम रंगो के बारे में समझते हैं।
हमने स्कूल में विज्ञान के एक चैप्टर में पढ़ा है की रंग क्या है? पहले उसका थोड़ा रिवीजन कर लेते हैं।
कोई भी चीज हमें किसी रंग की क्यों दिखती है? इसके पीछे physics और biology दोनों शामिल हैं। जब किसी वस्तु पर प्रकाश गिरता है, तो कुछ प्रकाश वो वस्तु absorb कर लेती है, और कुछ प्रकाश reflect होता है। जो प्रकाश reflect होता है, वो हमारी आंख में जाता है। हमारी आंख के rods और cones में जब ये प्रकाश की wavelength जाती है तो सबसे पहले हमारा दिमाग उसे प्रोसेस करता है। और हमारी memory के आधार पे हमें वो रंग पहचान में आता है।
कुछ प्रकार के रंग ही बस के लिए क्यों चुने जाते हैं?
रंगों की दुनिया हमारे दिमाग पे अलग अलग असर डालती है। जैसे की सफेद रंग शांति की भावना जगाती है, और केसरी रंग proud की भावना देता है। इसके अलावा अलग अलग रंगों को हमारी आंख अलग अलग तरीके से receive करती है।
जैसे की लाल रंग को रिसीव करने के लिए हमारी आंख ज्यादा सक्षम है। इसीलिए खतरे की निशानी के तौर पे लाल रंग का इस्तेमाल किया जाता है। और ऐसा लोगों का मानना है की लाल रंग सबसे ज़्यादा दिखाई देता है।
यही कारण है की लाल रंग को London की बस पे और मुंबई की BEST की बस पे लगाया जाता है। लाल रंग कही से भी दिख जाता है, और बस पे लाल रंग लगाने से बस के passenger को वो दूर से दिख जायेगी।
दूसरा कारण भी एक कारण है। अलग जगहों की अलग रंग की बस हो तो पहचानने में सरलता होती है। जैसे की वडोदरा की लोकल बस हरे रंग की होती है, तो वो अगर किसी और जिले में जायेगी तो वह पता लग जायेगा की ये बस वडोदरा से आई है और वहीं जाएगी। इससे passenger को आसानी होगी।
स्कूल बस क्यों पीले रंग की ही होती हैं?
आपने हमेशा से बच्चों को स्कूल बस में जाते देखा होगा। अगर आप बड़े शहर में रहते हो और आपकी स्कूल दूर रही होगी, तो आपने भी स्कूल बस में travel किया होगा। इतने सालों में आपने ये तो नोटिस किया ही होगा की स्कूल बस हमेशा से पीले रंग की ही होती है। पर ऐसा क्यों?
इसका एक बोहोत अहम कारण सेफ्टी है। पीला रंग कही से भी दिख जाता है। एक रिसर्च के हिसाब से लाल रंग की तुलना में पीला रंग 1.24 गुना ज्यादा visible है। मतलब की लाल रंग से पीला रंग अधिक notice किया जाता है। इसका एक कारण ये है, की हमने हमेशा सूरज की रोशनी से आसपास की चीज़े देखी हैं (सिर्फ प्राकृतिक रोशनी की बात है ये)। इसलिए हमारी आंख पीले रंग से ज्यादा वाकिफ है।
एक और कांसेप्ट है, PERIPHERAL VISION । इस शब्द का मतलब ये है की हम सिर्फ सीधा ही नही, आसपास का भी देख सकते हैं। हालाकि वो vision इतना क्लियर नही होता। पर पीला रंग इस पेरीफेरल vision में आसानी से दिख सकता है। मतलब अगर कोई गाड़ी में आप जा रहे हो, और साइड में से पीले रंग की स्कूल बस जा रही है तो आप उसे आसानी से detect कर लेंगे। और सचेत हो जायेंगे की स्कूल बस है तो बच्चे होंगे, मतलब संभाल कर चलना है।
इसके अलावा पीला रंग कम लाइट में और fog के समय में भी आसानी से दिख सकता है। इसलिए कोई भी समय में स्कूल बस आपको ज्यादा कोई दिक्कत नही होगी। पीले रंग पर जब SCHOOL BUS ऐसा काले रंग से लिखा जाता है तो वो भी आसानी से पढ़ा जा वैसा color combination है।
स्कूल बस के सेफ्टी फीचर्स
भारत के सुप्रीम कोर्ट ने 2012 में स्कूल बस की safety guidelines दी है। जिसमे स्कूल बस पे पीले रंग कंपलसरी है। उसके अलावा स्कूल बस में FIRST AID KIT भी होना चाहिए। स्कूल के ऊपर स्कूल का नाम और प्रिंसिपल का कॉन्टैक्ट नंबर भी लिखना जरूरी है।
ये सब बातें जानकर मुझे यकीन है की आपने जिस सवाल के साथ ये आर्टिकल पढ़ना शुरू किया था, उसका जवाब आपको मिल ही गया होगा। आशा करते हैं की ये आर्टिकल आपको अच्छा लगा होगा। ऐसे ही और curious topics के लिए हमारी ये वेबसाइट देखते रहिए। अगर आपके इस कोई सवाल हैं, तो हमे नीचे कमेंट बॉक्स में लिख भेजें।
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Manish Mevada
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