#2 पढ़ाई के दौरान विद्यार्थियों द्वारा की जाने वाली गलतियाँ (भाग-2) - self study पे ध्यान ना देना

Manish Mevada Biology

Student life में कौनसी छोटी छोटी बातें results पे सीधा असर करती हैं? इस आर्टिकल सीरीज में जानेंगे ऐसी कुछ mistakes!

 

इन mistakes से students को बचना चाहिए!!

Students कुछ mistakes ऐसी करते हैं जो बोहोत मामूली होती हैं, लेकिन आगे जाके exam के समय में वो बोहोत मुश्किल खड़ी करते हैं। ऐसी ही कुछ important topics पे हम discuss करेंगे। 


इसलिए स्टूडेंट्स को पहले से ही आसानी हो और गलतियों से पहले ही बच जाएं इसलिए हम एक article series लेके आ रहे हैं। हर आर्टिकल में एक ऐसा टॉपिक लेके, उसमें क्या करना है और क्या नहीं वो हम समझेंगे। 


Time waste ना करते हुए, आ जाते हैं आज के टॉपिक पे।




#2 Self study पे ध्यान ना देना

स्कूल या classes में कई सारे बच्चे पढ़ाई के लिए जाते हैं। लेकिन उनमें से कुछ ही पढ़ाई में अच्छे होते हैं। और जो पढ़ाई में अच्छे होते हैं , उनमें से भी कुछ ही बच्चे परीक्षा में बढ़िया marks से पास होते हैं। तेज़ दिमाग वाले बच्चे, जिन्हे सब समझ आता है लेकिन वो परीक्षा में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते, उनकी पढ़ाई की गाड़ी को खींच खींच के आगे बढ़ाते हैं। 


मतलब बुद्धि क्षमता तो सबमें समान ही होगी, लेकिन कुछ ऐसी तकनीक है जिससे पढ़ाई की गाड़ी आप आसानी से चला सकें। ऐसी कई तकनीक हैं, लेकिन उसमे से सबसे आसान और सबसे उत्तम तकनीक है SELF STUDY ।

महत्तम students इसी point को miss कर जाते हैं। वो स्कूल में या classes में पढ़ाई तो बोहोत बढ़िया से करते हैं। पर खुद से पढ़ना या सीखना भूल जाते हैं। 


What is self study?

जब कोई चीज़ समझने की, जानने की इच्छा मन में जागृत होती है, तो हमारा दिमाग उसे खुद से जानने की कोशिश करता है। आप चाहे कोई भी field के महान व्यक्तित्व को देख लो, एक बात सब में common यही मिलेगी की वे सब हर चीज खुद से जानने की कोशिश करते थे, किताबों में से पढ़के उसमे खुद का innovation add करते थे। और यही कारण है की उन्होंने इतनी प्रगति की।

सेल्फ स्टडी का ये मतलब होता है, की आप अपने आप कोई विषय को समझे। Students जब school या tution में पढ़ाया हुआ वापस से पढ़ते हैं, उसे self study कहा जाता है।

कुछ रिसर्च में ऐसा पाया गया है की खुद से पढ़ने से दिमाग में ज्यादा प्रक्रियाएं होती हैं, जिससे MEMORY अच्छे से स्टोर हो जाती है। और यही कारण है की self study करने के बोहोत सारे फायदे हैं। 

Self study के फायदे

  • Memory sharp होती है।
  • आगे जाके ज्यादा revision की जरूरत नहीं पड़ती।
  • किसी और पे depend होने की जरूरत नहीं होती।
  • Confidence बढ़ता है।

Best way to study : self study

अब ये तो जान लिया की सेल्फ स्टडी क्या होता है। अब ये देखते हैं की best way to self study क्या है! 


  • School या coaching classes/ tution classes में जो पढ़ाई होती है। उसे प्रतिदिन कमसे कम एक से दो घंटे का समय तो देना ही चाहिए। वहां पढ़ी हुए टॉपिक को अपनी भाषा में समझने की कोशिश कीजिए।
  • जैसे ही किसी टॉपिक को आपने अपनी तरह से समझ लिया, फिर उसके questions solve कीजिए। 
  • उस टॉपिक से खुद से ही सवाल frame कीजिए। मतलब की उस टॉपिक से रिलेटेड क्या क्या सवाल आ सकते हैं वो सोचिए।
  • NEET PREPARATION के लिए MCQ सॉल्व कीजिए।
  •  https://www.indiabiologyneet.com/?m=1 पे topic wise questions solve कीजिए।

बस ऐसी ही topper study techniques इस्तेमाल करने से आप भी बोहोत आगे बढ़ेंगे। पढ़ाई में अच्छे मार्क्स आयेंगे, और साथ ही आप में जिज्ञासा बनी रहेगी। इससे आप को भविष्य में भी नई नई चीजें जानने और सीखने में आसानी होगी।


आशा करते हैं आपको आज का ये आर्टिकल उपयोगी लगा होगा। आप की पहचान के students को ये आर्टिकल शेयर करें ताकि वो भी पढ़ाई में सफलता पा सके। तो अब मिलते हैं Next article में, जहां एक नई study tip और student mistake को डिस्कस करेंगे। 



Thank you for reading!
Stay happy! Stay healthy! Stay motivated!



Urvi Bhanushali
Manish Mevada

Post a Comment

0Comments

Please Do Not Entere Any Sparm Link In Comment Box

Post a Comment (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !