Introduction
In a world where modern medicine dominates, traditional healing systems are making a strong comeback — and among them, the Unani system of medicine holds a special place. If you're looking for an alternative medical career path beyond MBBS — then the BUMS (Bachelor of Unani Medicine & Surgery) is a golden opportunity. यह ऐसा कोर्स है जो हेल्थकेयर + हर्बल/नेचुरल मेडिसिन + रिसर्च + इंटरनेशनल स्कोप, इन सब को इकट्ठा करता है।
1. कोर्स क्या है?
- BUMS का फुल फॉर्म है Bachelor of Unani Medicine and Surgery.
- Duration लगभग 5.5 वर्ष है: लगभग 4.5 साल की पढ़ाई + 1 साल की इंटर्नशिप।
- इस कोर्स में आप सीखते हैं दोनों — मॉडर्न मेडिकल साइंसेस (जैसे Anatomy, Physiology, Pathology) और Unani-विशिष्ट विषय (जैसे Kulliyat, Ilmul Advia, Moalajat) ।
- इस प्रकार यह एक “हॉर्कॉम्प्सी” विकल्प है उन छात्रों के लिए जो हेल्थकेयर फील्ड में जाना चाहते हैं, लेकिन MBBS नहीं कर पा रहे या चाहते।
2. Eligibility – सरल और स्पष्ट
- 10 + 2 (Physics, Chemistry, Biology) होना आवश्यक है.
- न्यूनतम 50 % मार्क्स (सामान्य श्रेणी में) आमतौर पर चाहिए होते हैं।
- और अब: भारत में प्रवेश के लिए NEET UG क्वालिफाई करना अनिवार्य हो रहा है।
- उम्र सीमा, भाषा/उर्दू संबंधी शर्तें कॉलेज-और-स्टेट-वार भिन्न हो सकती हैं।
नोट: Eligibility कम रखी गई है क्योंकि हॉलीस्टिक एवं ट्रेडिशनल मेडिसिन की ओर झुकाव बढ़ रहा है — यानी अवसर बढ़ रहे हैं।
3. भारत में BUMS कॉलेज कहाँ-कहाँ हैं?
भारत में बहुत से कॉलेज हैं जहाँ BUMS कोर्स उपलब्ध है। कुछ प्रमुख उदाहरण:
- Jamia Hamdard, नई दिल्ली – School of Unani Medical Education & Research.
- Government Nizamia Tibbia College, हैदराबाद (टेलंगाना) – एक पुराना और प्रतिष्ठित यूनानी मेडिकल कॉलेज।
- अन्य राज्यों में: उत्तर-प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य-प्रदेश आदि में भी अच्छे संस्थान मौजूद हैं।
इन कॉलेजों की फीस, सीटें, कट-ऑफ आदि अलग-अलग होंगी — इसलिए एडमिशन से पहले अच्छी तरह चेक करें।
4. विदेश में पढ़ने का विकल्प / ग्लोबल स्कोप
- भारत के बाहर भी यूनानी/हर्बल/पारम्परिक चिकित्सा प्रणाली की शिक्षा मिल रही है। उदाहरण के तौर पर: Hamdard University (पाकिस्तान) में Eastern Medicine (Tibb-e-Unani) की डिग्री उपलब्ध है।
- श्रीलंका में Faculty of Indigenous Medicine, University of Colombo में BUMS-प्रकार का प्रोग्राम है।
- चाहे आप विदेश में पढ़ें या भारत में — लेकिन ध्यान दें कि वो कोर्स/डिग्री प्राप्ति योग्य और मान्यता प्राप्त होनी चाहिए — ताकि बाद में भारत या अन्य देशों में प्रैक्टिस/रिसर्च में समस्या न हो।
- ग्लोबल कैरियर में संभावनाएँ अधिक हैं: आप यूनानी मेडिसिन एक्सपर्ट, रिसर्चर, इंटरनेशनल क्लीनिक संचालक बन सकते हैं।
5. भारत एवं विदेश में कैरियर & सैलरी स्कोप
भारत में:
- Govt हॉस्पिटल्स में Unani Medical Officer बन सकते हैं।
- प्राइवेट क्लीनिक खोलना संभव है।
- रिसर्च इंस्टीट्यूट्स, यूनानी फार्मा कंपनियों में जॉब मिल सकती है।
- शुरुआती सैलरी लगभग ₹3-5 लाख/वर्ष से शुरू हो सकती है, कुछ वर्षों बाद ₹8-12 लाख/वर्ष या उससे अधिक संभव है (अनुभव व संस्थान पर निर्भर)।
विदेश में:
- यूनानी/हर्बल चिकित्सा की बढ़ती मांग के कारण कुछ देशों में सैलरी US$ 30,000-90,000/वर्ष तक देखने को मिल सकती है।
- रिसर्च एंड एजुकेशन फील्ड में जाने पर इनकम और बढ़ सकती है।
अडवाँस स्कोप (Advanced Scope):
- MD (Unani) या PhD कर सकते हैं।
- हेल्थकेयर एंटरप्रेन्योरशिप: हर्बल प्रोडक्ट ब्रांड, वेलनेस सेंटर, इंटरनेशनल क्लीनिक।
- पब्लिक हेल्थ, न्यूट्रिशन कंसल्टेंसी, अल्टरनेटिव थैरेपिस्ट के रूप में भी करियर संभव है।
6. कदम-ब-कदम रोडमैप (Step-by-Step)
- 12वीं (PCB) अच्छे अंकों के साथ पास करें।
- NEET UG की तैयारी शुरू करें (यदि आवश्यक हो)।
- कॉलेज-लिस्ट तैयार करें; भारत और विदेश दोनों विकल्प देखें।
- एडमिशन काउन्सिलिंग, कॉलेज चयन, सीट बुकिंग आदि समय से करें।
- कोर्स के दौरान सिलेबस पर फोकस करें — यूनानी विषय + आधुनिक मेडिकल सायन्स।
- इंटर्नशिप पूरी करें — यह clinical exposure है।
- ग्रेजुएशन के बाद: रोजगार चयन करें या आगे की पढाई (MD/PhD) करें।
- विदेश विकल्प चाहें तो मान्यता-प्राप्त यूनिवर्सिटी और वीजा-प्रक्रिया जांचें।
- खुद का क्लीनिक या वेलनेस सेंटर खोलने की योजना बनाएं — मार्केट रिसर्च करें।
- नेटवर्किंग, रिसर्च-पब्लिकेशन, एक्सप्लोर इंटरनेशनल स्कोप — यह सब करियर को सुपरचार्ज करता है।
7. क्यों चुनें BUMS?
- ट्रेडिशनल + मॉडर्न मेडिसिन का मिश्रण — अनोखा फॉर्मूला।
- इंडिया में AYUSH सिस्टम को बढ़ावा मिल रहा है, इसलिए अवसर बढ़ रहे हैं।
- हॉलीस्टिक वेलनेस, हर्बल थैरेपी की दिशा में ग्लोबल ट्रेंड है।
- MBBS के मुकाबले विकल्प अधिक खुल रहे हैं — और कामयाबी का रास्ता भी त्वरित हो सकता है।
निष्कर्ष
अगर आप सिर्फ डॉक्टर बनना नहीं चाहते — बल्कि हेल्थकेयर इनोवेटर, अनुनी चिकित्सा एक्सपर्ट, वैश्विक वेलनेस लीडर बनना चाहते हैं — तो BUMS आपके लिए सुनहरा मौका है। यह कोई बैकअप ऑप्शन नहीं, बल्कि स्मार्ट चॉइस है।
तो देर किस बात की? Eligibility चेक करिए, NEET की तैयारी कीजिए, अपने कॉलेज का चुनाव करिए और इस अनोखे करियर की दिशा में पहला कदम उठाइए।
अगर यह आर्टिकल आपको सूचना-भरा, उपयोगी और प्रेरणादायक लगा हो, तो कृपया—
- इसे शेयर करें अपने दोस्तों के साथ भले वो इंडिया में हों या विदेश में।
- नीचे कमेंट में बताएं कि अगला कौन-सा कोर्स जानना चाहेंगे।
- और हाँ—अगर आप ऐसे ही करियर-गाइडेंस, यूनानी/एचर्बल मेडिसिन, विदेश अध्ययन आदि के बारे में अपडेट चाहते हैं, तो ब्लॉग/चैनल को फ़ॉलो/सब्सक्राइब करना बिल्कुल मत भूलिए।
याद रखिए – ज्ञान + एक्शन = सफलता। बस कदम बढ़ाइए, रास्ता खुद बनता जाएगा।
आपका भविष्य उज्जवल हो—शुभकामनाएँ! 🌟

Please Do Not Entere Any Sparm Link In Comment Box